भारत के प्रधानमंत्री ने आज नई दिल्ली में आयोजित एक भव्य समारोह में ‘Grameen Bharat Mahotsav 2025′ का उद्घाटन किया। इस महोत्सव का उद्देश्य ग्रामीण भारत की समृद्ध संस्कृति, परंपराओं, और विकास की संभावनाओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित करना है। इस ऐतिहासिक पहल का मुख्य फोकस ग्रामीण क्षेत्रों के आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक उत्थान को बढ़ावा देना है।
Grameen Bharat Mahotsav 2025 का उद्देश्य
Grameen Bharat Mahotsav 2025 का आयोजन ग्रामीण भारत के विकास में किए जा रहे प्रयासों को प्रदर्शित करने और देश के ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाने के लिए किया गया है। यह महोत्सव विशेष रूप से निम्नलिखित लक्ष्यों पर केंद्रित है:
- ग्रामीण संस्कृति का संरक्षण और संवर्धन: भारत की सांस्कृतिक विविधता को उजागर करना और पारंपरिक हस्तशिल्प, संगीत, नृत्य, और खानपान को बढ़ावा देना।
- स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा: ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान के तहत स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुंचाना।
- ग्रामीण रोजगार सृजन: स्वरोजगार और कौशल विकास के माध्यम से ग्रामीण युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्रदान करना।
- तकनीकी नवाचार और डिजिटल सशक्तिकरण: ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल तकनीक और नवाचारों को प्रोत्साहित करना।
- पर्यावरण संरक्षण और स्थिरता: ग्रामीण समुदायों को पर्यावरण संरक्षण और हरित ऊर्जा के महत्व के बारे में जागरूक करना।
महोत्सव का उद्घाटन समारोह
उद्घाटन समारोह का आयोजन नई दिल्ली के प्रगति मैदान में किया गया, जहां प्रधानमंत्री ने दीप प्रज्वलित कर महोत्सव का शुभारंभ किया। इस अवसर पर कई केंद्रीय मंत्री, राज्य सरकारों के प्रतिनिधि, और अंतरराष्ट्रीय मेहमान उपस्थित थे। समारोह में ग्रामीण कलाकारों द्वारा पारंपरिक नृत्य और संगीत प्रस्तुतियां दी गईं, जो भारतीय ग्रामीण संस्कृति की झलक प्रस्तुत करती हैं।
प्रधानमंत्री ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा:
“ग्रामीण भारत देश की आत्मा है। जब हमारे गांव सशक्त होंगे, तभी हमारा देश समृद्ध होगा। यह महोत्सव ग्रामीण भारत की विविधता और संभावनाओं को प्रदर्शित करने का एक मंच है।”
प्रदर्शनियां और कार्यक्रम
Grameen Bharat Mahotsav 2025 में विभिन्न प्रकार की प्रदर्शनियों और कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। इन गतिविधियों ने ग्रामीण भारत की विभिन्न विशेषताओं को प्रदर्शित करने का काम किया:
1. हस्तशिल्प और कला प्रदर्शनी
देशभर के शिल्पकारों और कारीगरों को अपनी कला और उत्पादों को प्रदर्शित करने का मौका मिला। इसमें बनारसी साड़ी, मध्य प्रदेश के बांस उत्पाद, राजस्थान के ब्लू पॉटरी, और पूर्वोत्तर भारत के बांस और बेंत से बने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई।
2. ग्रामीण स्टार्टअप प्रदर्शनी
यहां ग्रामीण युवाओं द्वारा स्थापित किए गए स्टार्टअप और नवाचारों को प्रदर्शित किया गया। प्रधानमंत्री ने इन प्रयासों की सराहना की और कहा कि ग्रामीण युवाओं का उद्यमशीलता के प्रति बढ़ता रुझान देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
3. खानपान महोत्सव
इस महोत्सव का एक बड़ा आकर्षण विभिन्न राज्यों के पारंपरिक व्यंजनों का प्रदर्शन था। राजस्थान के दाल-बाटी-चूरमा से लेकर बंगाल के माछ-भात तक, देश के हर कोने के स्वादों ने लोगों का दिल जीत लिया।
4. कौशल विकास कार्यशालाएं
ग्रामीण महिलाओं और युवाओं के लिए विशेष कौशल विकास कार्यशालाओं का आयोजन किया गया। इन कार्यशालाओं में हस्तशिल्प, बागवानी, और छोटे पैमाने पर उद्योग शुरू करने के बारे में जानकारी दी गई।
5. प्रदर्शनियां और मॉडल गांव
महोत्सव में एक मॉडल गांव का निर्माण किया गया, जिसमें आधुनिक तकनीक और हरित ऊर्जा के उपयोग को प्रदर्शित किया गया। इस मॉडल ने ग्रामीण विकास में आधुनिकता और परंपरा के सामंजस्य को दर्शाया।
ग्रामीण भारत के लिए नई योजनाओं की घोषणा
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर ग्रामीण विकास के लिए कई नई योजनाओं की घोषणा की। इनमें डिजिटल कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए ‘डिजिटल गांव अभियान’, ग्रामीण रोजगार के लिए ‘ग्राम स्वरोजगार योजना’, और कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाने के लिए ‘किसान सशक्तीकरण योजना’ प्रमुख हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा:
“हमारे गांव आत्मनिर्भर बनें, इसके लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। यह महोत्सव उन सभी प्रयासों का प्रतिबिंब है जो देश को ‘आत्मनिर्भर भारत’ की ओर ले जा रहे हैं।”
अंतरराष्ट्रीय भागीदारी और निवेश के अवसर
Grameen Bharat Mahotsav 2025 में कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों और निवेशकों ने भी भाग लिया। उन्होंने भारतीय ग्रामीण बाजारों में निवेश और साझेदारी के अवसरों पर चर्चा की। इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई दिशा और गति मिलने की उम्मीद है।
समाज और ग्रामीण समुदायों पर प्रभाव
इस महोत्सव ने ग्रामीण भारत को न केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक नई पहचान दिलाई है। इस पहल ने ग्रामीण क्षेत्रों के विकास और वहां के लोगों के जीवन स्तर को सुधारने की दिशा में एक नई ऊर्जा का संचार किया है।
निष्कर्ष
‘Grameen Bharat Mahotsav 2025’ सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि एक आंदोलन है, जो ग्रामीण भारत के विकास, संस्कृति और संभावनाओं को समर्पित है। प्रधानमंत्री की यह पहल देश को ‘ग्राम से महान’ की दिशा में ले जाने का एक महत्वपूर्ण कदम है। यह महोत्सव न केवल ग्रामीण क्षेत्रों के लिए विकास के नए अवसर लेकर आया है, बल्कि पूरे देश को यह संदेश भी देता है कि भारत की सच्ची शक्ति उसके गांवों में निहित है।
“जब गांव का विकास होगा, तभी भारत का विकास होगा” – इस दृष्टिकोण के साथ, यह महोत्सव देश के समग्र विकास में एक मील का पत्थर साबित होगा। view images.